कोडिंग “काला” – जावेद अनीस
Posted in: फिल्म समीक्षाकोडिंग “काला” जावेद अनीस “पुरोहितों ने पुराणों की प्रशंसा लिखी है, कम्युनिस्टों और विवेकवादी लेखकों ने इन पुराणों की टीकायें लिखी हैं, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा कि हमारी भी कोई आत्मा है जिसके बारे में बात करने की जरूरत है.” (कांचा इलैया की किताब “मैं हिन्दू क्यों नहीं हूँ” से ) फिल्में मुख्य […]